भारत को तीन अरब डॉलर का हेलीकॉप्टर बेचने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारतीय उद्योगपतियों से अमेरिका में और अधिक निवेश करने के लिए कहा। उन्होंने कारोबार से जुड़े कायदे-कानून सरल करने का वादा किया। ट्रंप सरकार अमेरिकी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए और अधिक वैश्विक निवेश आकर्षित करना चाहती है। भारतीय उद्योगपतियों के साथ बैठक में उन्होंने अमेरिका में निवेश के लिये नियमों को और बेहतर बनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि भारत अमेरिका से 3 अरब डॉलर के हेलीकॉप्टर खरीदेगा।
निवेश को डॉलर के रूप में नहीं बल्कि रोजगार सृजन के रूप में देखते हैं ट्रंप
इस बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, महिंद्रा समूह के चेयरमेन आनंद महिंद्रा, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला जैसे भारत के दिग्गज उद्यमी शामिल थे। भारतीय उद्योग जगत ने अमेरिकी राष्ट्रपति को वहां हो रहे अपने कारोबार और निवेश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। आपकी सफलता पर बधाई। उम्मीद है कि आप अमेरिका आएंगे तथा और निवेश करेंगे। मैं इस निवेश को अरब डॉलर के रूप में नहीं देखता बल्कि रोजगार सृजन के रूप में देखता हूं।
रोजगार असल में निजी उद्योग ही देता है
उद्योग जगत ने जब कहा कि अमेरिका में खासकर प्रशासनिक और विधायी माहौल में नियामकीय चुनौतियों बनी हुई हैं, तब ट्रंप ने कहा कि कुछ नियमों को हटाया जाना है। हम कई सारे नियमों को समाप्त करने जा रहे हैं। आपको अंतर दिखेगा और आप इसे अच्छा पाएंगे। उन्होंने कहा अमेरिका तथा भारत की कंपनियों को एक-दूसरे देश में निवेश करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकारें रोजगार सृजन में केवल सहायता कर सकती हैं, लेकिन नौकरियां वास्तक में निजी उद्योग ही देता है।